भारत में 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत: आजकल, दुनिया भर में ऊर्जा की मांग बढ़ रही है, और इसके साथ ही ऊर्जा संकट भी बढ़ रहा है। ऐसे में, सोलर सिस्टम एक स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा स्रोत के रूप में उभरा है। सोलर सिस्टम सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है, जो हमारे घरों और उद्योगों में उपयोग की जा सकती है।
भारत में, सोलर सिस्टम की मांग बढ़ रही है, खासकर 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम की। यह सिस्टम घरों और छोटे उद्योगों के लिए उपयुक्त है, और इसकी कीमत भी कम है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम लगवाने पर क्या-क्या चलेगा? क्या आप जानते हैं कि भारत में 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत क्या है? और क्या आप जानते हैं कि 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम पर कितनी सब्सिडी मिलती है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए, आइए इस लेख के माध्यम से हम सोलर सिस्टम के बारे में विस्तार से जानते हैं। सोलर सिस्टम के फायदे भी बहुत हैं। यह हमें ऊर्जा की बचत करने में मदद करता है, और इसके साथ ही यह हमारे पर्यावरण को भी स्वच्छ रखने में मदद करता है।
तो आइए, इस लेख के माध्यम से हम सोलर सिस्टम के बारे में विस्तार से जानते हैं और इसके फायदों को समझते हैं……
सोलर सिस्टम क्या होता है? (What is a solar system?)
सोलर ऊर्जा वाला सोलर सिस्टम एक ऐसी प्रणाली है जो सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करती है। यह प्रणाली मुख्य रूप से सोलर पैनल, इन्वर्टर, बैटरी और अन्य उपकरणों से मिलकर बनी होती है। सोलर पैनल सूर्य की किरणों को अवशोषित करके उसे डीसी (डायरेक्ट करंट) ऊर्जा में बदलते हैं। इसके बाद इन्वर्टर इस डीसी ऊर्जा को एसी (अल्टरनेटिंग करंट) ऊर्जा में बदलता है, जो हमारे घरों और उद्योगों में उपयोग की जाती है।
सोलर सिस्टम दो प्रकार के होते हैं: ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड। ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम मुख्य बिजली ग्रिड से जुड़ा होता है, जिससे जरूरत से अधिक ऊर्जा को ग्रिड में भेजा जा सकता है। वहीं, ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम बैटरी का उपयोग करता है और ग्रिड से स्वतंत्र होता है।
यह पर्यावरण के अनुकूल, टिकाऊ और दीर्घकालिक ऊर्जा समाधान है। सोलर सिस्टम का उपयोग बिजली की लागत घटाने, ऊर्जा बचाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद करता है।
1 से 3 किलो वाट सोलर सिस्टम लगवाने पर क्या-क्या चलेगा?
1 से 3 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम के माध्यम से आप आसानी से अपने घर में आवश्यक उपकरणों को चला सकते हैं। यदि आप 1 किलोवाट सोलर सिस्टम स्थापित करते हैं, तो यह लगभग 4-5 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है, जिससे आप LED बल्ब, ट्यूबलाइट, पंखे और मोबाइल चार्जर जैसे छोटे उपकरण चला सकते हैं। वहीं, यदि आप 2 किलोवाट का सिस्टम लगाते हैं, तो यह लगभग 8-10 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है, जिससे आप अधिक उपकरणों जैसे कि टीवी, रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन का उपयोग कर सकते हैं। 3 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम लगभग 12-15 यूनिट बिजली उत्पन्न करता है, जो एक औसत परिवार के लिए आदर्श है, क्योंकि इससे एयर कंडीशनर, हीटर और अन्य उच्च पावर वाले उपकरणों को भी चलाया जा सकता है। इस प्रकार, सोलर सिस्टम की क्षमता के अनुसार, आप अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं और बिजली बिल में भी कटौती कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यह पर्यावरण को बचाने में मदद करता है, क्योंकि ओम सोलर ऊर्जा एक स्वच्छ और हरित विकल्प है। 1 से 3 किलोवाट सोलर सिस्टम आपके घर के ऊर्जा खपत को किफायती और स्थिर तरीके से पूरा करने का एक शानदार तरीका है।
भारत में 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत
सोलर सिस्टम का प्रकार | 1 किलोवाट (₹) | 2 किलोवाट (₹) | 3 किलोवाट (₹) |
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम | ₹65,000 – ₹75,000 | ₹1,20,000 – ₹1,30,000 | ₹1,80,000 – 2,50,000 |
ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम | ₹80,000 – ₹90,000 | ₹1,60,000 – ₹1,80,000 | ₹1,80,000 – 2,50,000 |
हाइब्रिड सोलर सिस्टम | ₹1,15,000 – ₹1,25,000 | ₹2,30,000 – ₹2,50,000 | ₹2,30,000 – ₹3,00,000 |
इसे भी पढ़े: 5kw solar system Price । भारत में 5 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत
1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम के क्या फ़ायदे हैं?
- बिजली बिल में कमी: 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम का उपयोग करने से बिजली के बिल में काफी कमी आ सकती है। यह सिस्टम दिनभर सूर्य की रोशनी से ऊर्जा उत्पन्न करता है, जिससे आपको अपने मासिक खर्चों में 80% तक की बचत हो सकती है।
- पर्यावरण के लिए लाभकारी: सौर ऊर्जा एक नवीकरणीय स्रोत है, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं है। इसके उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है, जिससे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है।
- सरकारी सब्सिडी: भारत सरकार सौर ऊर्जा प्रणालियों पर सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे इनकी लागत कम होती है। 1-3 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर लगभग 40% तक की सब्सिडी मिलती है, जिससे यह निवेश और भी आकर्षक बन जाता है।
- कम रखरखाव लागत: सोलर सिस्टम की रखरखाव लागत बहुत कम होती है। एक बार स्थापित होने के बाद, इनकी देखभाल करना आसान होता है और इनकी लाइफ स्पैन 25 साल तक होती है, जिससे लंबे समय तक लाभ मिलता है।
- ऊर्जा स्वतंत्रता: सोलर सिस्टम का उपयोग करने से आप बिजली की आपूर्ति में स्वतंत्रता प्राप्त करते हैं। यह आपको ग्रिड पर निर्भरता कम करने और अपने ऊर्जा स्रोत को नियंत्रित करने की क्षमता देता है, जिससे आप आपातकालीन स्थितियों में भी सुरक्षित रहते हैं।
1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम पर कितनी सब्सिडी मिलती है?
सरकार ने देश में सोलर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Free Bijli Scheme) शुरू की है। इस योजना का मकसद है, लोगों को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना। योजना के तहत, अगर आप 1 किलोवाट सोलर पैनल लगवाते हैं, तो आपको 30,000 रुपये की सब्सिडी मिलती है। वहीं, 2 किलोवाट पैनल पर 60,000 रुपये और 3 किलोवाट पैनल पर 78,000 रुपये तक की सब्सिडी प्राप्त होती है। यह एक शानदार अवसर है, जिससे आम जनता अपनी बिजली बिल को कम करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे सकती है। योजना का लाभ उठाने के लिए आपको अपने नजदीकी डिस्कॉम (DISCOM) में जाकर ओम सोलर सब्सिडी के लिए आवेदन करना होता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को सस्ती और पर्यावरण-friendly ऊर्जा मुहैया कराना है, जिससे देश में सोलर ऊर्जा का उपयोग बढ़े और प्रदूषण की समस्या में कमी आए।
इसे भी पढ़े: PM Suryodaya Yojana 2024 : क्या है प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना?जानें योजना से मिलने वाले लाभ के बारे में
Summary
सोलर सिस्टम एक प्रभावी और पर्यावरण मित्र विकल्प है, जो न केवल ऊर्जा लागत में बचत करता है, बल्कि प्रदूषण को भी कम करता है। 1 से 3 किलोवाट के सोलर सिस्टम से आप अपनी घरेलू ऊर्जा आवश्यकताओं को सस्ते और स्थायी तरीके से पूरा कर सकते हैं। सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाकर यह निवेश और भी आकर्षक बन जाता है।
Contact Us
Brand Name: Om Solar
Call/WhatsApp: +91-9919990945
Email: sales@omsolar.in
Website: www.omsolar.in
FAQ’s
Q. सोलर सिस्टम क्या होता है?
Ans. सोलर सिस्टम एक ऐसी प्रणाली है जो सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करती है, जिसमें सोलर पैनल, इन्वर्टर, बैटरी और अन्य उपकरण शामिल होते हैं।
Q. 1 से 3 किलोवाट सोलर सिस्टम लगाने पर कौन से उपकरण चलते हैं?
Ans. 1 किलोवाट सोलर सिस्टम से छोटे उपकरण जैसे LED बल्ब, पंखे और मोबाइल चार्जर चलते हैं, जबकि 3 किलोवाट सोलर सिस्टम से एयर कंडीशनर और हीटर जैसे उच्च पावर वाले उपकरण चलाए जा सकते हैं।
Q. भारत में 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत क्या है?
Ans. 1 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत ₹65,000 से ₹75,000 तक होती है, जबकि 3 किलोवाट की कीमत ₹1,80,000 से ₹2,50,000 तक हो सकती है।
Q. 1-3 किलोवाट सोलर सिस्टम के क्या फायदे हैं?
Ans. सोलर सिस्टम के फायदे में बिजली बिल में कमी, पर्यावरण के लिए लाभ, सरकारी सब्सिडी, कम रखरखाव लागत, और ऊर्जा स्वतंत्रता शामिल हैं।
Q. सोलर पैनल लगाने पर कितनी सब्सिडी मिलती है?
Ans. 1 किलोवाट सोलर पैनल पर ₹30,000, 2 किलोवाट पर ₹60,000, और 3 किलोवाट पर ₹78,000 तक की सब्सिडी मिलती है।